इफ्तार के नाम पर समारोह नही, फिलहाल जख्म पर मरहम की जरूरत : उपेंद्र कुशवाहा

 इफ्तार के नाम पर समारोह नही, फिलहाल जख्म पर मरहम की जरूरत : उपेंद्र कुशवाहा

इफ्तार की दावत से जरूरी है, लोगों की आँखों से आंसू पोंछना: उपेन्द्र कुशवाहा

इफ्तार के नाम पर समारोह नही, फिलहाल जख्म पर मरहम की जरूरत : उपेंद्र कुशवाहा

इफ्तार की दावत से जरूरी है, लोगों की आँखों से आंसू पोंछना: उपेन्द्र कुशवाहा

पटना : राष्ट्रीय लोक जनता दल ने रमजान के मौके पर इफ्तार की दावत नहीं देने का फैसला किया है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता फजल इमाम मल्लिक ने बयान जारी कर कहा है की पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने बिहार के कई शहरों में हुई हिंसा की वजह से यह फैसला लिया है। श्री कुशवाहा ने कहा कि इफ्तार की दावत से जरूरी लोगों के आँखों से आँसू पोंछना है।

उपेंद्र कुशवाहा ने कहा रमजान का पवित्र महीना चल रहा है। इफ्तार पार्टी का दौर शुरू हो गया है। मुझे भी कुछ प्रमुख जगहों से निमंत्रण मिला है और मिल रहा है। पार्टी के कई साथियों ने रालोजद की ओर से इफ्तार पार्टी के आयोजन की सलाह मुझे भी दी है। मेरी समझ से सासाराम, बिहार शरीफ आदि शहरों के वर्तमान हालात के मद्देनजर इफ्तार के नाम पर समारोह नहीं, बल्कि रोजेदारों की सहुलियत के प्रति गंभीर होना चाहिए क्योंकि फिलहाल जश्न नहीं जख्म पर मरहम की जरूरत है। शायद समारोह जले पर नमक छिड़कने जैसा न हो जाए। उन्होंने लोगों से संयम बरतने और भाईचारा बनाए रखने की अपील की है।

Ankit Piyush

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