डेंगू की रोकथाम में नीतीश सरकार पूरी तरह विफल, अस्पतालों में जांच किट तक उपलब्ध नहीं : संजीव चौरसिया
सरकार से भाजपा को हटते ही अपने दायित्वों के प्रति लापरवाह हो गये नीतीश
पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं दीघा विधानसभा क्षेत्र के विधायक संजीव चौरसिया ने नीतीश सरकार पर जमकर हमला करते हुये कहा कि राज्य सरकार ने बिहार के लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया है। राज्य में डेंगू का कहर लगातार बढ़ रहा। लेकिन, सरकार को इससे कोई मतलब नहीं। मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य विभाग देख रहे उपमुख्यमंत्री अपनी सियासत चमकाने में जुटे हैं। न तो डेंगू की रोकथाम के लिए उपाय किये जा रहे हैं और न ही डेंगू के मरीजों के इलाज के लिए पीएमसीएच और दूसरे अस्पतालों में उत्तम व्यवस्था है। यह सरकार के निकम्मेपन को दर्शाता है।
श्री चौरसिया ने कहा कि राज्य में लाखों लोग डेंगू से पीड़ित है। राज्य के हर जिले में डेंगू अपना पांव पसार चुका है। पटना, सीवान, छपरा, भागलपुर सहित बिहार के जिलों में डेंगू का तेजी फैल रहा है। राजधानी पटना में एजी कॉलोनी, राजीव नगर ,पटेल नगर, पुनाईचक, गांधीनगर, इंद्रपुरी शेखपुरा मछली गली, फ्रेंड्स कॉलोनी गर्दनीबाग, शिवपुरी चितकोहरा अनिसाबाद, सरिस्ताबाद, रामनगरी और कुर्जी मैनपुरा पाटलिपुत्रा और दीघा के विभिन्न मोहल्लों में ऐसा कोई मोहल्ला नहीं है जो डेंगू के मरीजों से अछूता हो डेंगू ने सभी जगह अपना प्रकोप बनाए रखा है।
इसके अलाबा पटना के सभी इलाकों में डेंगू फैल चुका है। लेकिन, सरकार इससे बिल्कुल बेपरवाह है। सरकारी अस्पतालों में जांच के लिए किट तक उपलब्ध नहीं हैं। पटना पुलिस भी डेंगू के प्रकोप से अछूती नहीं है। अब तक जिले के तीन थाना प्रभारी सहित 170 से ज्यादा पुलिस अधिकारी व जवान डेंगू की चपेट में आ चुके हैं। ऐसे में समझा जा सकता है कि जब पुलिस और सरकारी तंत्र के लोगों का यह हाल है, तो आमजन की स्थिति क्या होगी।
श्री चौरसिया ने कहा कि सरकार से भाजपा को अलग होते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने दायित्वों के प्रति लापरवाह दिख रहे हैं। वही उपमुख्यमंत्री कई महत्वपूर्ण मंत्रालय को अपने साथ रखने वाले स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी जी के बारे में तो कुछ कहना ही बेकार है। पीएमसीएच में चिकित्सा व्यवस्था बदहाल है। हर दिन बड़ी संख्या में डेंगू के मरीज आ रहे हैं। लेकिन, सरकार ने उनके इलाज के लिए कोई खास व्यवस्था नहीं की। जिला प्रशासन के स्तर पर भी डेंगू की रोकथाम के लिए उपाय नहीं किए जा रहे। फागिंग नहीं की जा रही। सरकार के साथ – साथ पूरा महकमा डेंगू से निबटने में असफल साबित हो रहा है।