Gandhi Shilp Bazar 2022 में दीदीजी फाउंडेशन संस्कारशाला के बच्चों ने दी मनमोहक प्रस्तुति, खूब बजी तालियां

 Gandhi Shilp Bazar 2022 में दीदीजी फाउंडेशन संस्कारशाला के बच्चों ने दी मनमोहक प्रस्तुति, खूब बजी तालियां

Gandhi Shilp Bazar 2022 में दीदीजी फाउंडेशन संस्कारशाला के बच्चों ने दी मनमोहक प्रस्तुति, खूब बजी तालियां

पटना : सामाजिक संगठन दीदीजी फाउंडेशन संस्कारशाला के बच्चों ने राजधानी पटना के गांधी मैदान में आयोजित गांधी शिल्प बाजार 2022 में लाजवाब प्रस्तुति पेश कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया! राजधानी पटना के गांधी मैदान में विकास आयुक्त (हस्तशिल्प), वस्त्र मंत्रालय , भारत सरकार नयी दिल्ली द्वारा प्रायोजित और अम्बपाली हस्तकरघा एवं हस्तशिल्प बहुरजीय सहकारी समिति पटना द्वारा गांधी शिल्प बाजार 2022 का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर दीदीजी फाउंडेशन की संस्थापिका और राष्ट्रीय-राजकीय सम्मान से अंलकृत डा. नम्रता आनंद के निर्देशन में राजधानी पटना के कुरथौल स्थित फुलझड़ी गार्डन स्थित दीदीजी फाउंडेशन संस्कारशाला के बच्चों ने बिहार फोक डांस, राधा-कृष्ण और शिव तांडव गीतों पर प्रस्तुति देकर समां बांध दिया। प्रस्तुति देने वाले कलाकारों में पवन, गौरी, सूरज, प्राची प्रदर्शनी, बिट्टू, आर्यन, राजा, दीपक, खुशी, अमित, जिया, रिया, दीपक,देवी, श्वाति, राखी, सृष्ठि, प्रीति शामिल हैं।

 

इस अवसर पर हर्षा म्यूजिकल ग्रुप के कलाकार दिवाकर कुमार वर्मा, कुमार संभव, प्रेम कुमार ने भी गीतों पर शानदार प्रस्तुति दी! कार्यक्रम के अंत में अम्बपाली हस्तकरघा एवं हस्तशिल्प बहुरजीय सहकारी समिति पटना की अध्यक्ष अर्चना सिंह ने सभी बच्चों को मेडल देकर सम्मानित किया। अर्चना सिंह और डा. नम्रता आनंद ने हर्षा म्यूजिकल ग्रुप के कलाकारों को मेडल और अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने दीदीजी फाउंडेशन संस्कारशाला के बच्चों को गांधी शिल्प बाजार 2022 मंच देने के लिये अम्बपाली हस्तकरघा एवं हस्तशिल्प बहुरजीय सहकारी समिति पटना की अध्यक्ष अर्चना सिंह का शुक्रिया अदा किया है। इस अवसर पर समाजसेवी अनुराग समरूप, रंजीत ठाकुर समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे।

अर्चना सिंह ने बताया कि गांधी शिल्प बाजार 2022 का आयोजन हस्तशिल्प कलाकारों को उचित मंच देने के उद्देश्य से किया गया है।उन्होंने बताया कि यह बाजार अपनी गुणवत्ता और ग्रामीण क्षेत्र के कलाकारों द्वारा बाजार में स्वयं बिक्री तथा उचित दर पर उपलब्ध उत्पादों के कारण काफी लोकप्रिय हो चला है। इस बाजार में कुल 100 दुकानें लगायी गयी हैं। बिहार के अलावा, पंजाब, उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश, तामिलनाडु, पश्चिम बंगाल, झारखंड, उड़ीसा, महाराष्ट्र, जम्मू कश्मीर, आंध प्रदेश से आये कलाकारों की भागीदारी है। मधुबनी पेटिंग, शीतल पट्टी, कंथा, लखचुड़िया, हैंड ब्लॉक, पत्थर की मूति, लकड़ी में नक्काशी के उत्पाद, एपलिक,सुजनी, गुजरात के रंगीन हैंडी क्राफ्ट के बैग, साड़ी इत्यादि विक्री सह प्रदर्शनी के लिये उपलब्ध है।

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