बलराम -कृष्ण की भूमि हिलसा को पर्यटन स्थल बनाने से स्थानीय युवाओं को मिल सकेगा रोजगार : राजू दानवीर
बलराम -कृष्ण की भूमि हिलसा को पर्यटन स्थल बनाने से स्थानीय युवाओं को मिल सकेगा रोजगार : राजू दानवीर
स्थानीय जनप्रतिनिधियों के उदासीनता से हिलसा का विकास हुआ बाधित : राजू दानवीर
नालंदा : जन अधिकार पार्टी के युवा अध्यक्ष राजू दानवीर ने कहा कि हिलसा का विकास यहां के स्थानीय जन प्रतिनिधियों व सरकार की उदासीनता से बाधित हुआ है। यह भगवान कृष्ण और बलराम की भूमि है, जिसका पर्यटन के लिहाज से बेहद अधिक महत्व हो सकता था। लेकिन सरकार और राजनीतिक दलों ने इसे बिसरा दिया, वरना हिलसा को पर्यटन के केंद्र में विकसित कर यहां के युवाओं के लिए रोजगार सृजन किया जा सकता था।
दानवीर ने उक्त बातें आज पत्रकार संघ द्वारा हिलसा के डाकबंगला में आयोजित होली मिलन समारोह में शामिल होते हुए कहा। इस दौरान उन्होंने हिलसा के पत्रकारों के साथ सबों को होली की बधाई दी। इसी मौके पर उन्होंने हिलसा की बदहाली को उजागर करते हुए कहा कि ज्ञान की धरती नालन्दा आज भी दुनिया के लोगों को अपने ओर आकर्षित करती है। तभी यहां कम से कम पचासों देश के लोग आते हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ नालन्दा ही नहीं, इसी जिले में अवस्थित हिलसा का भी इतिहास बेहद समृद्ध रहा है। यहां भगवान कृष्ण और बलराम के अवशेष मिलते हैं, जिसे पर्यटन के रूप में विकसित कर यहाँ के विकास को आगे बढ़ाने का काम किया जाना चाहिए था। लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया और वोट की राजनीति में हिलसा का विकास अधर में लटका रह गया।
दानवीर ने कहा कि हिलसा आज रोजगार और पलायन की समस्या को झेल रहा है। यहां से लगातार युवा रोजगार के लिए पलायन कर रहे हैं। लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है, जब कि हिलसा की धरती में प्रतिभाओ की कमी नहीं है। ऐसे में राजनीतिक उपेक्षा और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उदासीनता ने यहां के युवाओं को निराश कर दिया है और वे आज पलायन को मजबूर हैं। दानवीर ने कहा कि अगर हिलसा को पर्यटन के रूप में विकसित किया जाय तो यहां के विकास के साथ लोगों को रोजगार भी मिलेगा। हम इसकी मांग सरकार से भी करते हैं।