Buxar में अंतरराष्ट्रीय धर्म सम्मेलन का आयोजन, देश-विदेश के संत लेंगे हिस्सा
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Buxar में अंतरराष्ट्रीय धर्म सम्मेलन का आयोजन, देश-विदेश के संत लेंगे हिस्सा
Buxar में अंतरराष्ट्रीय धर्म सम्मेलन का आयोजन, देश-विदेश के संत लेंगे हिस्सा
शोभायात्रा में हेलीकॉप्टर से होगी पुष्प वर्षा, तैयारी जोरों पर
बक्सर : Buxar में 4 से 10 मार्च तक अंतरराष्ट्रीय धर्म सम्मेलन International Religious Convention
सह 251 कुण्डीय श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ का आयोजन होगा. जिसको लेकर तैयारी जोरों पर है। आयोजन स्थल पर यज्ञशाला निर्माण, सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ हेलीपैड का भी निर्माण कराया जा रहा है। पूरे एक सप्ताह तक चलनेवाले इस अंतरराष्ट्रीय धर्म सम्मेलन सह 251 कुण्डीय श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ में कई धार्मिक आयोजन किये जायेंगे।
श्री भाष्कराचार्य भगवदतपाद रामानुजाचार्य सहस्त्राब्दी (1000वीं जयंती) के अवसर पर हो रहे इस आयोजन में देश विदेश से संत और धर्म के जानकार हिस्सा लेंगे। सम्मेलन की शुरुआत 4 मार्च को कलशयात्रा के साथ शुरू होगा. इस दौरान शोभा यात्रा वाले रास्ते और आयोजन स्थल पर हेलिकाप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी. 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय धर्म सम्मेलन के दौरान देश-विदेश से कई जाने-माने धार्मिक विद्वान और साधु-संत हिस्सा लेंगे. 10 मार्च को आयोजन का विधिवत समापन होगा।
कार्यक्रम में मुख्य आयोजक मिथिलेश पाठक ने बताया कि आयोजन में हजारों की संख्या में भक्त हिस्सा लेंगे. गुरुदेव श्रीमदविष्वकसेनाचार्य श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ स्वामीजी महाराज के शिष्य श्रीत्रिदंडी श्रीलक्ष्मीप्रपन्न जीयर स्वामीजी महाराज की पावन उपस्थिति में स्मृति महामहोत्सव सह 251 कुण्डीय श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ का समापन होगा।
त्रिदंडी स्वामी आश्रम पीठ के महंत एवं पूज्य जीयर स्वामी जी के शिष्य अयोध्यानाथ स्वामी ने आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बक्सर को सिद्धाश्रम भी कहा जाता है. प्रारंभिक काल से ही यह धार्मिक और आध्यात्मिक क्षेत्र रहा है. इस पर महर्षि विश्वामित्र की तपोभूमि और भगवान राम और लक्ष्मण की शिक्षा स्थली भी मानी जाती है. यह नगर आज भी उत्तरायणी गंगा के किनारे अवस्थित है. यहां बिहार ही नहीं उत्तर प्रदेश, झारखंड और नेपाल से श्रद्धालु आते हैं।