अब मधुमक्खी पालन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगी महिलाएं, हुई शुरुआत

 अब मधुमक्खी पालन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगी महिलाएं, हुई शुरुआत

अब मधुमक्खी पालन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगी महिलाएं, हुई शुरुआत

अब मधुमक्खी पालन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगी महिलाएं, हुई शुरुआत

Muzaffarpur : जिला बागवानी विभाग एवं जीविका के संयुक्त तत्वाधान में उत्पादक समूह की दीदियों के लिए मंगलवार को बंदरा प्रखंड के पिरापुर मध्य विद्यालय परिसर में एक दिवसीय मधुमक्खी पालन विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री बागवानी मिशन के तहत जीविका की 57 दीदियों को जीविकोपार्जन के लिये मधुमक्खी बॉक्स का वितरण किया गया। उपविकास आयुक्त आशुतोष द्विवेदी ने संसार, प्रतिज्ञा और दर्शन महिला समूह के दीदियों के बीच मधुमक्खी पालन के लिए बॉक्स का वितरण किया। जिला बागवानी विभाग एवं जीविका के संयुक्त प्रयास से यह कार्य पूरे जिले में किया जा रहा है।

इस मौके पर उपविकास आयुक्त आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि सरकार द्वारा जीविका समूह के दीदियों को प्रोत्साहित करने के लिये जिले में चार हजार बी बॉक्स वितरण करने का लक्ष्य है। जिसमें एक हजार बॉक्सेस बंदरा प्रखंड में दिए जाने है इसी क्रम में आज 570 बॉक्सेस का वितरण किया गया है। जिन दीदियों को यह बॉक्स दिया गया है उनको पहले प्रशिक्षण दी जा चुकी है। अपनी आय को बढ़ाने के लिए ये अब मधुमक्खी पालन भी कर सकेंगी।

उन्होंने कहा कि खेती-किसानी हमलोगों का मुख्य साधन है। किसानों के आमदनी को बढ़ाने के लिये पारंपरिक खेती के साथ-साथ अन्य गतिविधियों को भी अपनाने की जरूरत है. क्योंकि पारंपरिक खेती में आय की एक निश्चित सीमा है। इसमे मधुमक्खी पालन महत्वपूर्ण है। इस व्यवसाय में नये जुड़ने वाले को सहयोग करने की जरूरत है। जिस तरह मुजफ्फरपुर लीची के लिए मशहूर है उसी तरह हमें यहाँ के शहद को भी मशहूर करना है.और यह तभी संभव है जब हम मधुमक्खी पालन को व्यापक स्तर पर अपनायेंगे।

जीविका के डीपीएम अनिशा कुमारी ने कहा कि अनुसूचित जाति/जनजाति के 13 एवं अत्यंत पिछड़ा एवं सामान्य वर्ग की 44 दीदियों के बीच 10-10 बॉक्स का वितरण किया गया है। बागवानी विभाग द्वारा इन बक्सों पर अनुदान भी दी जा रही है. अत्यंत पिछड़ा एवं सामान्य वर्ग को प्रति बक्से पर 75 फीसदी जबकि अनुसूचित जाति/ जनजाति को 90 फीसदी अनुदान दी जा रही है। इस अवसर पर जिला से प्रशिक्षु आईएएस अनुपम श्रेष्ठ, निदेशक जिला ग्रामीण विकास अभिकरण चंदन चौहान, एडीएचओ शंभु प्रसाद, प्रखंड परियोजना प्रबंधक जीविका धीरेन्द्र कुमार, संचार प्रबंधक बलराम कृष्ण, बीएचओ उमेश प्रसाद सिंह, लाईवलीहुड विषेशज्ञ कौशल किशोर, अजीत कुमार मौजूद थे।

 

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