Global Kayastha Conference ने मनाया स्थापना दिवस
ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस ने मनाया स्थापना दिवस
पटना : कायस्थ समाज के सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विकास के लिये प्रतिबद्ध ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) का स्थापना दिवस जीकेसी के पटना स्थित प्रबंध कार्यालय में धूमधाम से मनाया गया। भगवान चित्रगुप्त के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरूआत की गयी। जीकेसी बिहार ईकाई की ओर से जीकेसी के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए रोड मैप की रूपरेखा भी तैयार की गयी। इस अवसर पर बिहार प्रदेश कला संस्कृति प्रकोष्ठ के सौजन्य से सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया जिसमें अनुराग श्रीवास्तव, निष्का रंजन, प्रेम कुमार, कुमार संभव,अनिल कुमार दास, रिधिमा श्रीवास्तव, दिवाकर वर्मा, मेघा श्री अंजू, उर्वशी सिन्हा ने शानदार प्रस्तुति दी। कार्यक्रम की समाप्ति के बाद गरीब लोगों के बीच कंबल का वितरण किया गया।
इस अवसर पर जीकेसी के (जीकेसी) के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने सभी लोगों को जीकेसी के स्थापना के एक साल पूरे होने पर बधाई एवं शुभकामना दी। उन्होंने जीकेसी के सात मूलभूत सिद्धांत सेवा, सहयोग, संप्रेषण, सरलता, समन्वय, सकारात्मकता और संवेदशनीलता को जीवन में आत्मसात करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कायस्थ समाज की एकता दिखने लगी है। 19 दिसंबर को राष्ट्रीय राजधानी नयी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित विश्व कायस्थ महासम्मेलन में देश-विदेश से आये हजारों की संख्या में कायस्थ समाज के प्रतिनधि ने शिरकत कर अपनी एकजुटता का शानदार परिचय दिया था।
जीकेसी की प्रबंध न्यासी श्रीमती रागिनी रंजन ने कहा कि (जीकेसी) पूरी दुनिया में कायस्थों का सबसे बड़ा संगठन बनकर उभरा है और देश के लगभग सभी राज्यों समेत 20 से अधिक देशों में इसका गठन हो चुका है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में कायस्थों का यह संगठन तेजी से न केवल सक्रिय हुआ है बल्कि विभिन्न क्षेत्रों में उपेक्षित हो रहे भगवान चित्रगुप्त के वंशज जीकेसी के बैनर तले अपने भविष्य के हितों को देख रहे हैं।उन्होंने कायस्थ समाज के लोगों की एकजुटता के साथ मजबूती के साथ काम करने पर जोर दिया और कहा कि ऐसा करने से जल्द ही हम अपने स्वर्णिम अध्याय और गौरवशाली अतीत को पाकर विश्वपटल पर अपनी सशक्त पहचान बनाने में कामयाब हो जायेंगे। कायस्थों के उज्ज्वल भविष्य के लिए एकजुटता जरूरी है।
जीकेसी की प्रदेश अध्यक्ष डा. नम्रता आनंद ने कहा कि जीकेसी का गठन देशभर में बड़ी संख्या में फैले कायस्थ परिवारों को उनके राजनीतिक, आर्थिक, शैक्षणिक, सांस्कृ़तिक विकास के लिये किया गया है। जीकेसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह बिहार-झारखंड के प्रभारी दीपक कुमार अभिषेक ने कायस्थ समाज के लोगों को एकजुट होकर आगे बढ़ने का आह्वान करते हुये कहा कि कायस्थ समाज ने हमेशा समाज को दिशा प्रदान की है.
इस अवसर पर जीकेसी मीडिया- कला संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम कुमार, दीपक कुमार अभिषेक, कला संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक दीप श्रेष्ठ, कला-संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनिल कुमार दास, कला संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय सचिव अनुराग समरूप, पटना जिला अध्यक्ष सुशील श्रीवास्तव, प्रदेश उपाध्यक्ष नीलेश रंजन, महासचिव धनंजय प्रसाद, मीडिया सेल के प्रदेश महासचिव मुकेश महान, युवा प्रकोष्ठ के प्रभारी राजेश सिन्हा संजू, युवा प्रकोष्ठ के कार्यवाहक अध्यक्ष सुशांत सिन्हा, राजेश कुमार डब्लू, शिवानी गॉड, निशा पराशर, मनोज कुमार सिन्हा, सुजीत कुमार सिन्हा, पटना जिला अध्यक्ष पीयुष श्रीवास्तव, जितेंद्र कुमार सिन्हा, नीरव समदर्शी अजय अंबस्था, ज्योति दास,
मुकेश महान प्रसून श्रीवास्तव, शुभम कुमार समेत कई अन्य लोगों ने अपने विचार साझा किये।