बढ़ती महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते जागरूक जनता पार्टी के नेता एवं कार्यकर्ता
बढ़ती महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते जागरूक जनता पार्टी के नेता एवं कार्यकर्ता।
महंगाई व बढ़ते अपराध के खिलाफ जागरूक जनता पार्टी की धरना।
पटना : जागरूक जनता पार्टी के बिहार प्रदेश संयोयक आलोक कुमार के नेतृत्व में पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल पर धरना किया गया इस धरना में मुख्य अतिथि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ मिथिलेश चौबे धरना स्थल पर अपने संबोधन में कहा बिहार में बहार की बात करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बेरोजगार, भ्र्ष्टाचार, लूट, हत्या, बलात्कार बढ़ रहा है शराब माफिया और अपराधी फल फूल रहे है इन्ही को बढ़ावा देने के लिए एक नया कानून भी आया है ताकि स्वक्ष छवि के नवजवान धरना प्रदर्शन से दूर रहे पेशेवर अपराधी छवि के लोग ही निर्भीक हो कर धरना प्रदर्शन कर सके शरीफ व्यक्ति माध्यम वर्ग के नवजवान को इस कानून से इतना डराया गया है कि लोग कमाने खाने में व्यस्त रहे डर के मारे विरोध नहीं करे. नही तो नौकरी नहीं होगा आवाज को दबाने की यह तरीका अभी फिल्म के टेलर के रूप में लागू किया गया है पूरी फिल्म बाकी है अंग्रेजी सरकार से भी ज्यादा खतरनाक यह शाशन रोजगार के नाम पर क्या कर रही है चुनाव में 20लाख लोगों को रोजगार देने की बात थी. क्या हो रही है व्यवस्था लिखतम बकतम करतम तीनो अलग अलग है।
सिकंदर ने कहा कि पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के दामों में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है। महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है। नेताओं ने मांग की है कि केंद्रीय करों में कटौती कर महंगाई पर नियंत्रण किया जाए। कृषि कानूनों के बारे में उन्होंने कहा कि किसान 100 दिनों से काले कृषि कानूनों के विरुद्ध प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। इन कृषि कानूनों को तुरंत वापिस लिया जाए। यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो जागरूक जनता पार्टी के कार्यकर्तागण सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करेगी।
हर व्यक्ति की आमदनी बढ़ाने के बाद महंगाई बढ़ानी चाहिए लेकि महगाई पहले बढ़ गई आमदनी पहले से भी कम बेरोजगारी चरम सीमा पर है रोजगार नौकरी पेशा के लिए बिहार के पुराने कलकरखने को भी नहीं खोला गया. बियाडा में इंडस्ट्री चलाने वाले लोगों को कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं दी जा रही है अनुभवी मेधावियों को कल कारखाने लगाने के लिए आसानी जे ना तो जमीन दी जा रही है और ना ही भ्र्ष्टाचार मुक्त ऋण की व्यवस्था और ना ही शुरक्षा की व्यवस्था किस तरह से बिहार की बेरोजगारी दूर करेगी सरकार किसानों किसानों की आमदनी बढ़ नही रही है सरकार बीज की व्यवस्था भी देती है तो सीजन बीतने के बाद किसान को समय पर सुविधा संसाधन प्रबंधन नहीं होने के चलते किसान विकसित नहीं हो पाते फसल कच्चा हो या अनाज समय पर क्रय केंद्र नहीं खुलता 21वी सदी में बिहार इतना पिछड़ा राज्य है जहाँ के लोगों को ठीकेदारी में मजदूरी करने दूसरे प्रदेश जाना पड़ता है 16 वर्षों में पलायन 4 गुना बढ़ा है बिहार प्रतिभा की धनी राज्य है लेकिन मेधावी, प्रतिभा के सम्मान में बिहार सरकार अभी तक जाती धर्म के आकड़ो में अटकी हुई है विकास के नाम पर बतफरोसी चल रहा है आमदनी का जरिया बढ़ाये सरकार उसके बाद बढ़े महंगाई सरकार महंगाई कम करे ताकि साधारण व्यक्ति भुखमरी लाचारी और महामारी के शिकार ना हो।
वही हर राज्य का यह दायित्व है राज्य आंतरिक और बाहरी शुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराना लेकिन बढ़ते हुए अपराध के क्षेत्र में आपके राज्य बिहार का नाम रौशन कर रहा है साधारण आदमी को तो हिम्मत नहीं मिडिया के सवालों के जबाब में पूर्वर्ती सरकार की याद दिलाई जाती है जो बिहारियों को उनके मुंह पर तमाचा मारने का काम कर रही है नीतीश सरकार.बिहार के विकास की बात, अपराध नियंत्रण कैसे होगी इस पर विचार ना करके सिर्फ अपनी कमियों को छुपाने के प्रयास करते है हमारे मुखिया. बिहारियों को न्याय शुरक्षा सम्मान रोजगार दे कर अपराध मुक्त बना सकती है सरकार इससे अपराध भी नियंत्रित किया जा सकता है सरकार को इसके लिए व्यपक कदम उठाकर विकसित बिहार बनाना चाहिए . अगर सरकार ऐसा नहीं करती तो समझिए जागरूक जनता पार्टी के नेतृत्व में विजयी विश्व बिहार बनाने के लिए जन आंदोलन होगा इस अवसर पर संजय प्रसाद श्रीवास्तव, रामनरेश सिंह, पुपुल शर्मा , शिकन्दर कुमार, सरवर बाकर, धीरेन्दर पांडेय, राकेश सिंह, विकि सिंह, सी.ऐ डॉ संजय कुमार झा, ब्रम्हदेव कुमार यादव, समीम अंसारी, उदय पांडेय, आदित्य राज, डॉ अमरेश श्याम, अनिल कुमार, सरस्वती सिंह, रंभा सिंह, सतीश सूर्यवंशी, नीलम कुमारी।