Didi Jee Foundataion के राष्ट्रीय सम्मान में विभूतियों को मिलेगा सम्मान, बच्चें भरेंगे उडान
दीदीजी फाउंडेशन के राष्ट्रीय सम्मान में विभूतियों को मिलेगा सम्मान, बच्चें भरेंगे उडान
पटना, 31 दिसंबर सामाजिक संस्था दीदीजी फाउंडेशन के सौजन्य से आगामी 03 जनवरी को बाल उड़ान एवं राष्ट्रीय सम्मान समारोह का आयोजन किया जा रहा है जिसमें देशभर की विभूतियों को सम्मानित किया जायेगा वहीं बच्चें भी अपने सपनों की उड़ान भरेंगे। दीदी जी फाउंडेशन,पटना (बिहार) की संस्थापिका एवं राष्ट्रीय युवा पुरस्कार एवं शिक्षक सम्मान से सम्मानित डॉ. नम्रता आनन्द ने बताया कि उनकी संस्था की ओर से बाल उड़ान एवं राष्ट्रीय सम्मान समारोह का आयोजन 03 जनवरी को कालिदास रंगालय, पटना में किया जा रहा है। सरकारी स्कूल के बच्चों को राष्ट्रीय मंच पर ले जाने का उनका सपना रहा है लेकिन यह मौका उन्हें नहीं मिल सका है। अपने इसी सपने को साकार करने के लिये वह बाल उड़ान कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों की प्रतिभा को लोगों के बीच लाना चाहती है।
उन्होंने बताया कि गरीब और सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं है। इन बच्चों को यदि प्रोत्साहित कर उन्हें उचित मंच दिया जाये तो वे भी अपनी प्रतिभा से लोगों को दिल जीत सकते हैं। नम्रता आनंद ने बताया कि इन बच्चों की मदद के लिये हर लोगों को आगे आने की जरूरत है। बाल उड़ान कार्यक्रम के जरिये बच्चें जल जीवन हरियाली, साक्षरता, राष्ट्रीय एकता, स्वच्छ भारत अभियान, पर्यावरण, दहेज प्रथा, नशामुक्ति, देशभक्ति और शराबबंदी जैसे पहलुओं को सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से लोगों के बीच पेश करेंगे।
श्रीमती नम्रता आनंद ने बताया कि देश के विभिन्न हिस्सों एवं क्षेत्रों में कई लोग अपने स्तर पर निस्वार्थ भाव से देश को समृद्ध बनाने को प्रयासरत हैं। उन्हीं लोगों को प्रोत्साहित एवं उनके द्वारा देश और समाज के लिए किये जा रहे सराहनीय काम को सम्मान देने के लिये राष्ट्रीय सम्मान का आयोजन किया गया है जिसमें बिहार के अलावा मणिपुर,आसाम,पश्चिम बंगाल,मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश,पंजाब,हरियाणा,राजस्थान,दिल्ली महाराष्ट्र की प्रतिभाओं को सम्मानित किया जायेगा।राष्ट्रीय सम्मान से उन लोगों को नवाजा जायेगा जिन्होंने प्रांतीय, अंतरप्रांतीय, राष्ट्रीय स्तर पर उल्लेखनीय योगदान देते हुये अपनी सशक्त पहचान बनायी है। इनमें शिक्षा, चिकित्सा, राजनीति, पत्रकारिता, समाजसेवा, कृषि, पर्यावरण, कला, पर्यावरण और महिला सशक्तीकरण समेत हर क्षेत्र में काम कर रहे लोग शामिल हैं।