दीदीजी फाउंडेशन का बाल उड़ान एवं राष्ट्रीय सम्मान समारोह 03 जनवरी को

 दीदीजी फाउंडेशन का बाल उड़ान एवं राष्ट्रीय सम्मान समारोह 03 जनवरी को

DADAJI FOUNDATION का बाल उड़ान एवं राष्ट्रीय सम्मान समारोह 03 जनवरी को

दीदीजी फाउंडेशन का बाल उड़ान एवं राष्ट्रीय सम्मान समारोह 03 जनवरी को

पटना, 12 दिसंबर सामाजिक संस्था दीदीजी फाउंडेशन के सौजन्य से आगामी 03 जनवरी को बाल उड़ान एवं राष्ट्रीय सम्मान समारोह का आयोजन किया जा रहा है। दीदी जी फाउंडेशन,पटना (बिहार) की संस्थापिका एवं राष्ट्रीय युवा पुरस्कार एवं शिक्षक सम्मान से सम्मानित डॉ. नम्रता आनन्द ने बताया कि उनकी संस्था की ओर से बाल उड़ान एवं राष्ट्रीय सम्मान समारोह का आयोजन 03 जनवरी को कालिदास रंगालय, पटना में किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गरीब और सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं है। इन बच्चों को यदि प्रोत्साहित कर उन्हें उचित मंच दिया जाये तो वे भी अपनी प्रतिभा से लोगों को दिल जीत सकते हैं।

ऐसे हीं बच्चों को प्रोत्साहित और उनके सर्वांगीण विकास के लिये उनकी संस्था काम कर रही है। इन बच्चों की प्रतिभा निखारने के लिए ‘बाल उड़ान’ कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसका उद्देश्य बच्चों में सृजनशीलता विकसित करना है। बाल उड़ान कार्यक्रम के जरिये बच्चें जल जीवन हरियाली, साक्षरता, राष्ट्रीय एकता, स्वच्छ भारत अभियान, पर्यावरण, दहेज प्रथा, नशामुक्ति, देशभक्ति और शराबबंदी जैसे पहलुओं को सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से लोगों के बीच पेश करेंगे। बच्चों को अपने सपनों को उड़ान देने, उल्लास को अभिव्यक्त करने के अवसर मिलने चाहिए। इस तरह के आयोजनों से बच्चों के कौशल विकास के साथ प्रतियोगिताओं में शामिल होने के लिए रूचि भी पैदा होती है। मेरा मानना है कि बच्चों को हौसले की उड़ान भरने दें , वे जीत लेंगे सारा जहान।

श्रीमती नम्रता आनंद ने बताया कि हमारे देश का इतिहास काफी गौरवशाली रहा है। देश के विभिन्न हिस्सों एवं क्षेत्रों में कई लोग अपने स्तर पर निस्वार्थ भाव से देश को समृद्ध बनाने को प्रयासरत हैं। उन्हीं लोगों को प्रोत्साहित एवं उनके द्वारा देश और समाज के लिए किये जा रहे सराहनीय काम को सम्मान देने के लिये राष्ट्रीय सम्मान का आयोजन किया गया है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय सम्मान से उन लोगों को नवाजा जायेगा जिन्होंने प्रांतीय, अंतरप्रांतीय, राष्ट्रीय स्तर पर उल्लेखनीय योगदान देते हुये अपनी सशक्त पहचान बनायी है। इनमें शिक्षा, चिकित्सा, राजनीति, पत्रकारिता, समाजसेवा, कृषि, पर्यावरण, कला, पर्यावरण और महिला सशक्तीकरण समेत हर क्षेत्र में काम कर रहे लोग शामिल हैं।

Related post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *