Sardar Patel के चरित्र को आत्मसात करने की जरुरत : Rajiv Ranjan Prasad

सरदार पटेल के चरित्र को आत्मसात करने की जरुरत : राजीव रंजन प्रसाद।
सरदार पटेल के चरित्र को आत्मसात करने की जरुरत : राजीव रंजन प्रसाद।
पटना, 31 अक्टूबर
वय मित्र संस्था की ओर से सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती नागेश्वर कॉलोनी में मनाई गई । समारोह के अध्यक्षता जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने की । सर्वप्रथम सरदार वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गयी। समारोह को संबोधित करते हुए राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के चरित्र को हमें आत्मसात करने की जरुरत है।
सरदार पटेल ने सम्पूर्ण भारत वर्ष को एकीकृत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। आजादी के बाद विभिन्न रियासतों में बिखरे भारत के भू-राजनीतिक एकीकरण में केंद्रीय भूमिका निभाने के लिए पटेल को भारत का बिस्मार्क और लौह पुरूष भी कहा जाता है। वे एक महान सामाजिक एवं राजनैतिक कार्यकर्ता थे जिन्होंने देश की आज़ादी के लिये कड़ा संघर्ष किया था। देश को एकता के सूत्र में बांधने के लिए उनके योगदान को कभी भी भुलाया नही जा सकता।
कार्यक्रम के संयोजक शिवम द्विवेदी ने सरदार पटेल के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला। समारोह में दिनेश चंद्रवंशी, संजू कुमारी, कंचन माला चौधरी, शोभा देवी, सरोज देवी, विकाश कुमार, मनोज गुप्ता, कंचन सिंह, मोहम्मद एजाज़, वरुण कुमार, अभिषेक कुमार एवं अतुल आनन्द सन्नू भी मौजूद थे।