NTPC परियोजना से Bihar को मिलेगी 1683 मेगावाट बिजली

 NTPC परियोजना से Bihar को मिलेगी 1683 मेगावाट बिजली

औरंगाबाद :एनटीपीसी परियोजना से बिहार को मिलेगी 1683 मेगावाट बिजली

एनटीपीसी परियोजना से बिहार को मिलेगी 1683 मेगावाट बिजली

औरंगाबाद । एनटीपीसी लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी नबीनगर पावर जेनरेटिंग कंपनी एनपीजीसी की सुपर थर्मल पावर परियोजना से बिहार को आगामी जून 2021 से 1683 मेगावाट बिजली मिलने लगेगी । एनपीजीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय सिंह ने आज बताया कि औरंगाबाद जिले के बारुन और नवीनगर प्रखंड की सीमा पर स्थापित एनपीजीसी की सुपर थर्मल पावर परियोजना की पहली इकाई से बिहार को अभी 565 मेगावाट से अधिक बिजली मिल रही है और अगले जून महीने तक इस परियोजना की दोनों इकाइयों के चालू हो जाने से 1683 मेगावाट बिजली बिहार को मिलने लगेगी । उन्होंने बताया कि परियोजना की दूसरी इकाई से आगामी दिसंबर माह से बिजली का व्यवसायिक उत्पादन प्रारंभ हो जाएगा ।

इस इकाई में 660 मेगावाट बिजली उत्पादन होगा ।इस इकाई के व्यावसायिक उत्पादन शुरू करने की सभी तैयारियां अंतिम चरण में है और इसके परीक्षण का सभी कार्य लगभग पूरा किया जा चुका है । श्री सिंह ने बताया कि इस परियोजना में 660 – 660 मेगावाट की कुल 3 इकाइयां स्थापित की जा रही हैं और इसके तीनों इकाइयों से कुल 1980 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा जिसका 85% भाग बिहार को मिलना है । उन्होंने बताया कि पहली इकाई से अभी 660 मेगावाट बिजली उत्पादन हो रहा है जबकि दूसरी इकाई दिसंबर से और तीसरी इकाई जून 2021 से चालू हो जाएगी । इन तीनों इकाइयों के चालू हो जाने से बिहार बिजली के मामले में और बेहतर स्थिति में हो जाएगा । मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि इस परियोजना के निर्माण पर कुल 17000 करोड़ रुपए से अधिक की लागत आई है और इसका निर्माण 2800 एकड़ से अधिक भू भाग में किया गया है ।

 

उन्होंने बताया कि इस परियोजना के बनने से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हजारों की संख्या में स्थानीय कामगारों को रोजगार मिल रहा है तथा क्षेत्र की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने में मदद मिली है । श्री सिंह ने बताया कि यह परियोजना सुपर क्रिटिकल तकनीक पर आधारित है और इससे प्रदूषण नहीं के बराबर होता है । उन्होंने बताया कि एनपीजीसी की ओर से परियोजना विस्थापित क्षेत्र तथा आसपास के इलाके में पुनर्वास एवं पुनर्स्थापन कार्यक्रम के तहत 60 करोड रूपये से अधिक खर्च किए जा रहे हैं । इनमें सड़क पेयजल स्वास्थ्य शिक्षा एवं अन्य बुनियादी सुविधाओं से संबंधित योजनाएं शामिल हैं ।अभी कंपनी की ओर से औरंगाबाद को रोहतास जिले से जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण सड़क मेंह इंद्रपुरी का नवनिर्माण कराया जा रहा है ।कोविड-19 एवं लॉकडाउन के दौरान एनपीजीसी की ओर से जरूरतमंदों की सहायता के लिए खाद्य सामग्री का पैकेट सैनिटाइजर मास्क आदि उपलब्ध कराए गए तथा जिला प्रशासन को पीपीई कोविड-19 कीट मास्क आदि सुलभ कराया गया ।

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