धंसा हुआ था Sushant Singh Rajput के गले का पार्ट: चश्मदीद

 धंसा हुआ था Sushant Singh Rajput के गले का पार्ट: चश्मदीद

धंसा हुआ था सुशांत के गले का पार्ट, मुर्दाघर में रिया ने बॉडी पर हाथ रखकर कहा था- सॉरी बाबू: चश्मदीद

धंसा हुआ था सुशांत के गले का पार्ट, मुर्दाघर में रिया ने बॉडी पर हाथ रखकर कहा था- सॉरी बाबू: चश्मदीद

मुंबई: सुशांत सिंह राजपूत मामले में सीबीआई ने अपनी तफ्तीश शुरू कर दी है। इस मामले को लेकर हर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। अब खबर सामने आ रही है कि सुशांत सिंह की मौत के बाद रिया चक्रवर्ती शव को देखने मुर्दाघर में गई थी और वहां सुशांत का शव देखकर रिया ने माफी मांगी थी। खुद को कर्णी सेना का बताने वाले सुरजीत सिंह ने दावा किया है कि वहीं 15 जून को रिया को लेकर कूपर अस्पताल में गया था औऱ रिया को सुशांत की बॉडी दिखाई थी।

सुशांत के सीने को टच कर रिया ने कहा था- सॉरी बाबू

टाइम्स नाउ से बात करते हुए सुरजीत सिंह ने कहा, ‘सूरज ने मुझे कहा कि रिया चक्रवर्ती यहां आना चाहती है, तो मैंने कहा कि भेज दीजिए। ये मैं भी जानता हूं कि ब्लड रिलेशन के अलावा किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं होती है। मैं औऱ रिया मोर्चरी के अंदर गए थे। मुझे तो देखना था तो मैंने सुशांत की बॉडी से पर्दा हटाया, मैंने उसके गले पर हाथ लगाय, गले का पार्ट धंसा हुआ है। उसी समय मुझे लगा कि सुशांत के साथ कुछ गलत हुआ है, इसने आत्महत्या नहीं की है इसकी हत्या हुई है। उसी समय रिया चक्रवर्ती ने बॉडी (चेस्ट) पर हाथ लगाया औऱ बोली- ‘सॉरी बाबू।’

 

मोर्चरी में किसी को नहीं होती है जाने की अनुमति

इससे पहले शुक्रवार को कूपर अस्पताल की मोर्चरी में पहुंचे प्रेस को अस्पताल के एक स्टाफ ने बताया, ‘हम बॉडी को किसी को भी नहीं दिखाते हैं यहां तक कि परिवार वालों को भी। अगर साथ में पुलिस साथ में है तो फिर बॉडी दिखाने की अनुमति दे सकते हैं। मॉर्चेरी के स्टाफ ने साफ कहा कि अगर कोई आरोप हैं तो पुलिस साथ में होगी तो तभी इसकी अनुमति होती है।’

तमाम सवालों के जवाब हैं अनुत्तरित

ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर रिया को किस आधार पर मोर्चरी में जाने की अनुमति मिली वो भी पूरे 45 मिनट तक? 15 जून को सूरज ठाकुर और एक अन्य शख्स के साथ रिया चक्रवती मोर्चरी में जाती हैं और वहां शव को देखने तथा 45 मिनट तक रहने के बाद वो वापस आथी है। टाइम्स नाउ के पास इसके फुटेज हैं। इससे साफ है कि कोई एक ऐसा शख्स था जिसने कूपर अस्पताल पर दवाब बनाया कि रिया को मोर्चरी में जाने की अनुमति मिले। तो ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर वो कौन था जिसने रिया के लिए कूपर अस्पताल में जाने के इंतजाम किया वो भी तब जब नियम इतने सख्त हैं, खासकर कोविड के चलते।

कूपर अस्पताल में रिया के साथ सूरज ठाकुर के अलावा एक सुरजीत नाम का शख्स था। जब टाइम्स नाउ ने सूरज से बात की तो उसने यह कहते हुए फोन काट दिया कि उसके सुशांत के साथ अलग रिश्ते थे। अब यह सवाल उठ रहे हैं कि जब रिया के साथ ना ही पुलिस थी और ना ही परिवार का कोई सदस्य, तो वो मोर्चरी में दाखिल कैसे हो गईं? कैसे मुंबई का अस्पताल रिया को इसकी अनुमति देता है?

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